आज दिनांक 02 दिसम्बर, 2022 को राजकीय महाविद्यालय, चम्बा में प्राचार्य डॉ. शिवदयाल शर्मा के सानिध्य में संस्कृत विभाग की ओर से गीताजयन्ती कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य महोदय ने माँ सरस्वती और श्रीमद्भगवद्गीता का पूजन व दीप प्रज्जवलन के साथ किया। संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार ने प्राचार्य व समस्त प्राध्यापकों का स्वागत व अभिवादन करते हुए श्रीमद्भगवद्गीता पर अपने विचार प्रस्तुत किये। इस अवसर पर संस्कृत विभाग के छात्रों द्वारा सरस्वती वन्दना, गीतासार, संस्कृतगीत, संस्कृतनाटी, गद्दीनाटी जैसी प्रस्तुतियों द्वारा दर्शकों का मन मोहित कर दिया। प्रियंका व सुल्ताना ने स्वागत गीत के माध्यम से कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्यों का अभिवादन किया। भाषण प्रतियोगिता में वीरेन तृतीय वर्ष ने प्रथम स्थान, अभिषेक द्वितीय स्थान, अनीशा तृतीय वर्ष ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, जबकि उमेश प्रथम वर्ष को प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त हुआ। वहीं गीताज्ञान प्रतियोगिता में टीम भक्तियोग ने प्रथम, ज्ञानयोग ने द्वितीय, पुरुषोत्तमयोग ने तृतीय व कर्मयोग टीम ने प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त किया। प्राचार्य महोदय ने अपने वक्तव्य में बताया कि गीता हमारी भारतीयता की अस्मिता है, यह हर मनुष्य प्राणी के लिए भगवान् श्री कृष्ण द्वारा दिये गये दिव्य उपदेश हैं। इनके द्वारा ही मानव जीवन के हर क्षेत्र में उन्नति कर समाज का आदर्श बन सकता है और जीवन के वास्तविक उद्देश्य को पाकर भवसागर पार कर सकता है। अध्यक्षीय भाषण में अपनी बात रखते हुए समाज शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. मोहेन्द्र सलारिया ने कहा कि गीता आज के परिप्रेक्ष्य में नितान्त आवश्यक है। जहाँ मानव दिशा हीन होकर जीवन जी रहा है, वहीं गीता हमारे लिए परम मार्गोपदेशक बनकर जीवन जीने की कला सिखाती है। आज के युवावर्ग को अवश्य ही इसे अपने अध्ययन में शामिल करना चाहिए।
भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल की भूमिका में डॉ. सन्तोष कुमार, प्रो. शिल्पा, प्रो. संजय शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में प्राचार्य महोदय द्वारा सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया । इस अवसर पर डॉ. चमन लाल, प्रो. अविनाश, प्रो. विजय, प्रो. वीरेन्द्र सहित महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राएँ व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार द्वारा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी रहे समस्त महाविद्यालय परिवार का संस्कृत विभाग की ओर से व अपनी ओर से विशेष धन्यवाद किया गया। इस प्रकार अन्त में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का विधिवत् समापन किया गया।
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